समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढें-

पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी.
दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका

Monday, July 7, 2008

फरिश्ते दिखने की कोशिश-हिंदी शायरी

अगर होता अमन इस जहां में
चैन होता हर इंसान में
तो ऐसे कई लोगों के घर में
सन्नाटा रह जाता
जो रहते हैं महलों में
जहां रौशनी बिखरी पड़ी है रात में
कभी इंसान तो कभी उसके जज्बात
उनके निशाने पर होते हैं
कभी करते सौदा
तो कभी कत्ल कर देते हैं उनका
दिल में शैतान उनके
पर फरिश्ते दिखने की कोशिश
करते हैं वह अपनी जुबां से हर बात में
..................................

बरसात में गंदे नालों का पानी लेकर
उफनती हुई चलती हैं नदियां
मुरझाये फूल हैं पर
मेकअप बना देता ऐसे जैसेकलियां
अगर इतरायें नहीं तो
लोग भूल जायें उनकी गलियां
.............................
दीपक भारतदीप

1 comment:

Anonymous said...

bhut sundar badhai ho.

लोकप्रिय पत्रिकायें

विशिष्ट पत्रिकायें

हिंदी मित्र पत्रिका

यह ब्लाग/पत्रिका हिंदी मित्र पत्रिका अनेक ब्लाग का संकलक/संग्रहक है। जिन पाठकों को एक साथ अनेक विषयों पर पढ़ने की इच्छा है, वह यहां क्लिक करें। इसके अलावा जिन मित्रों को अपने ब्लाग यहां दिखाने हैं वह अपने ब्लाग यहां जोड़ सकते हैं। लेखक संपादक दीपक भारतदीप, ग्वालियर