tag:blogger.com,1999:blog-6215700670796750066.post4029870131609586643..comments2023-10-03T14:11:50.485+05:30Comments on दीपक भारतदीप की शब्दज्ञान- पत्रिका: एक मंडी दहशत के नाम हो गयी-हिंदी शायरीदीपक भारतदीपhttp://www.blogger.com/profile/06331176241165302969noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6215700670796750066.post-79538364717742588202008-07-26T12:12:00.000+05:302008-07-26T12:12:00.000+05:30नमस्कार दीपक जी एक अच्छी कविता और ब्लॉग्स पे आपके ...नमस्कार दीपक जी <BR/>एक अच्छी कविता और ब्लॉग्स पे आपके लेखन की सक्रियता के लए आपको बहुत बधाई <BR/><BR/>कल बेंगलोर के धमाके से मान बड़ा आहत हुआ <BR/><BR/>इसी को लेकर एक आव्हान के तौर पर आज मैने एक शेर पोस्ट किया है <BR/><BR/>" इस धरा पर दोस्तों फिर गिद्ध मंडराने लगे <BR/> मौत का सामान फ़ि जुटने लगा ,कुछ कीजिए ...."<BR/><BR/>शेष रचना के लिए देखें <BR/>http://mainsamayhun.blogspot.com <BR/>प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा मे <BR/>डॉ.उदय 'मणि ' कौशिकडा ’मणिhttps://www.blogger.com/profile/12027202350989367311noreply@blogger.com