कभी-कभी यह ख्याल आता है
की सब छोड़ कर वन में चला जाऊं
फिर सोचता हूँ कि
अपने मन से दूर कहाँ जाऊं
यह सफर जिन्दगी का हम तय करते हैं
अपने मन के कहे पर
भ्रम यह है कि हम चल रहे हैं
इस सच को अपने से कैसे छिपाऊँ
समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता है-पतंजलि योग सूत्र
(samadhi chenge life stile)Patanjali yog)
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*समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता
है।-------------------योगश्चित्तवृत्तिनिरोशःहिन्दी में भावार्थ -चित्त की
वृत्तियों का निरोध (सर्वथा रुक ज...
3 years ago
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