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Sunday, September 21, 2008

इंसान खेलता है जज्बातों के साथ-हिन्दी शायरी

चेहरे पर हंसी होने का मतलब हमेंशा

दिल का खुश होना नहीं होता

कई लोग खिलखिलाते हैं

दूसरों को हँसाने के लिए

ताकि उनके पेट की भूख मिट जाए

आंसू बहाना भी हमेंशा रोना नहीं होता

कुछ लोग रोते हैं दूसरे को दहलाने के लिए

ताकि चंद सामान मिल जाए

अपने मन की भूख मिटाने के लिए

इंसान खेलता है जज्बातों के साथ

जो उसके लिए कभी पराया तो कभी अपना होता
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2 comments:

Advocate Rashmi saurana said...

bhut sahi baat likh di aapne apni rachana me. sundar. jari rhe.

Udan Tashtari said...

बढ़िया है.

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