यादों से तोड़ लो दोस्ती
भूलने की जहमत क्यों उठाते हो
समय के साथ चलते जाओ
जो छोड़ गए साथ उनको क्यों बुलाते हो
अपने मतलब के लिए लोग साथ आते
और फिर छोड़ जाते
किस-किसका हिसाब रखें
कब तक बिछड़ने का गम पालें
और अपने दर्द को चखें
यादों से समय नहीं कटता
भूलने की कोशिश करना कठिन लगता
इसलिए अपनी जिन्दगी की
राह पर नजर रखते चलते जाओ
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समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता है-पतंजलि योग सूत्र
(samadhi chenge life stile)Patanjali yog)
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*समाधि से जीवन चक्र स्वतः ही साधक के अनुकूल होता
है।-------------------योगश्चित्तवृत्तिनिरोशःहिन्दी में भावार्थ -चित्त की
वृत्तियों का निरोध (सर्वथा रुक ज...
3 years ago
1 comment:
बहुत सुंदर भाव।
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