अगर होता अमन इस जहां में
चैन होता हर इंसान में
तो ऐसे कई लोगों के घर में
सन्नाटा रह जाता
जो रहते हैं महलों में
जहां रौशनी बिखरी पड़ी है रात में
कभी इंसान तो कभी उसके जज्बात
उनके निशाने पर होते हैं
कभी करते सौदा
तो कभी कत्ल कर देते हैं उनका
दिल में शैतान उनके
पर फरिश्ते दिखने की कोशिश
करते हैं वह अपनी जुबां से हर बात में
..................................
बरसात में गंदे नालों का पानी लेकर
उफनती हुई चलती हैं नदियां
मुरझाये फूल हैं पर
मेकअप बना देता ऐसे जैसेकलियां
अगर इतरायें नहीं तो
लोग भूल जायें उनकी गलियां
.............................
दीपक भारतदीप
चैन होता हर इंसान में
तो ऐसे कई लोगों के घर में
सन्नाटा रह जाता
जो रहते हैं महलों में
जहां रौशनी बिखरी पड़ी है रात में
कभी इंसान तो कभी उसके जज्बात
उनके निशाने पर होते हैं
कभी करते सौदा
तो कभी कत्ल कर देते हैं उनका
दिल में शैतान उनके
पर फरिश्ते दिखने की कोशिश
करते हैं वह अपनी जुबां से हर बात में
..................................
बरसात में गंदे नालों का पानी लेकर
उफनती हुई चलती हैं नदियां
मुरझाये फूल हैं पर
मेकअप बना देता ऐसे जैसेकलियां
अगर इतरायें नहीं तो
लोग भूल जायें उनकी गलियां
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दीपक भारतदीप
1 comment:
bhut sundar badhai ho.
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