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Saturday, April 16, 2011

दिल का घाती-हिन्दी हाइकु (dil ka ghati hai-hindi haiku)

(1)
मुख में हंसी
दिल रखे खंज़र
बने थे मित्र।
(2)
ज़ंग शुरू की
मतलब फँसते
बदला चित्र।
__________
(1)
आँखें नम हैं
दिल में रख विष
ढोंगी साथी हैं।
(2)
हमराह है
मगर मित्र नहीं
दिल का घाती है
------------

लेखक संपादक-दीपक भारतदीप, ग्वालियर, मध्यप्रदेश
writer and editor-Deepak Bharatdeep,Gwalior, madhyapradesh
http://dpkraj.blogspot.com
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