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Tuesday, December 25, 2007

प्यार की सप्लाई में कट

इंटरनेट पर चैट करते हुए
दोनों के बीच शुरू हो गया प्रेम
कई दिनों तक चला यह
साइबर पर लव गेम
अचानक प्रेमिका के शहर
और घर में शुरू हो गया
बिजली का संकट

इधर प्रेमी सन्देश पर सन्देश भेजता
उधर प्रेमिका कभी घर के कमरे में
तो कभी छत पर टहलते हुए
झेलती घोषित पावर कट
बिजली आती तो वह इंटरनेट पर आती
पर उधर प्रेमी के घर पर
परिवार वाले लगा देते थे
कंप्यूटर पर काम करने में कट

आखिर प्रेमी के कहने पर
एक जनरेटर से चलने वाले
साइबर कैफे में जाने लगी
फिर उनकी प्रेम कहानी पटरी पर आने लगी
पर प्रेमी की खुशी ज्यादा दिन नहीं रही
प्रेम सन्देश अचानक मिलने हो गए बंद
उसकी हो गई हालत विकट

कई सन्देश उसने भेजे पर जवाब नहीं आया
आखिर उसने आत्महत्या की धमकी देते हुए
अपने ईमेल का बटन दबाया
दिल रहा था फट

उधर प्रेमिका के नये प्रेमी ने भी उसे पढा
और भेजा जवाब
'यार, पावर कट की वजह से
हम दोनों साइबर कैफे में आये
वह तुमसे बात करती
मैं अपनी दोस्त से
करता था चैट
एक दिन हो गए इससे मेरी भेंट
हम दोनों के लिए किश्तों में प्रेम
करना कठिन हो गया था
दोनों के यहाँ बिजली की आने-जाने का
समय एक हो गया था
दोनों का दर्द एक जैसा था
और दिल में प्यार भी वैसा ही था
एक दूसरे की हालत देखकर
दोनों का दिल गया फट
एक दूसरे का दुख बांटते हुए
हम एक-दूजे के हो गए
हमें दोष न देना
पावर कट ने ही किया
तुम्हारे प्यार की सप्लाई में कट

1 comment:

anuradha srivastav said...

पावर कट के खेल ने बचा दिया भैय्या वरना अभी कलम की जगह राशन की लिस्ट लिये घर-गृहस्थी का बोझ ढो रहे होते। मजेदार रचना

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