इतिहास में लिखा
हर शब्द सत्य है
यह कौन कहता है।
अस्त्र शस्त्रों
से
लड़े गये युद्ध
विजेता और
पराजित
बड़े वीरों का
प्रसिद्ध हुआ
नाम
मगर रक्त बहाने
वालों
आम इंसानों की
चर्चा पर
हर कोई मौन रहता
है।
कहें दीपक बापू
बुद्धि की सिद्धि से
आज उगे फल को
कल बोया ही जानो,
आज बो रहे हो
वह कल सामने
होगा
यह भी मानो,
घटना और पात्र
हर बार
पर्दे पर बदल
जाते हैं,
मगयर
भूमिका एक जैसी पाते हैं,
इतिहास के
कूड़ेदान में
अमृत ढूंढनें के
लिये मत रुको
समय एक नदी की
तरह है
वही जल भरो
सामने जो नदी
में मौन बहता है।
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लेखक एवं कवि-दीपक राज कुकरेजा ‘‘भारतदीप,
ग्वालियर मध्यप्रदेश
ग्वालियर मध्यप्रदेश
writer and poet-Deepak raj kukreja "Bharatdeep",Gwalior madhya pradesh
संकलक, लेखक और संपादक-दीपक ‘भारतदीप’,ग्वालियर
athor and editor-Deepak "Bharatdeep",Gwalior
http://zeedipak.blogspot.com
athor and editor-Deepak "Bharatdeep",Gwalior
http://zeedipak.blogspot.com
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