समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढें-

पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी.
दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका

Monday, January 7, 2008

संत कबीर वाणी:डींग तो कायर हांका करते हैं

कायर तबही परषिये लड़े घणी के हेत
पुरिजा-पुरिजा ह्नै पडै, तऊ न छाँडै खेत


संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं कि बड़ी डींगें कायर ही हांका करते हैं, शूरवीर कभी बहकते नहीं। यह तो समय पर संकट आने पर ही जाना जा सकता है कि शूरवीर अपने आपको कौन प्रकट होता है।

मांगन मरण समान है, तोहि दई मैं सीख
कहैं कबीर समझे के मति कोई मांगे भीख


संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं कि किसी से मांगना मरने के समान है, संत कबीर समझाते हुए कहते हैं कि मैं तुम्हें शिक्षा देता हूँ कि कभी किसी से भिक्षा मत मांगो।

No comments:

लोकप्रिय पत्रिकायें

विशिष्ट पत्रिकायें

हिंदी मित्र पत्रिका

यह ब्लाग/पत्रिका हिंदी मित्र पत्रिका अनेक ब्लाग का संकलक/संग्रहक है। जिन पाठकों को एक साथ अनेक विषयों पर पढ़ने की इच्छा है, वह यहां क्लिक करें। इसके अलावा जिन मित्रों को अपने ब्लाग यहां दिखाने हैं वह अपने ब्लाग यहां जोड़ सकते हैं। लेखक संपादक दीपक भारतदीप, ग्वालियर